गाजीपुर : ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश के विरोध में तीसरे दिन भी करंडा ब्लाक पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। करंडा विकास खंड में सचिवों ने काली पट्टी बांधकर शासन के इस निर्णय पर तीसरे दिन भी लगातार विरोध दर्ज कराया। समन्वय समिति के महामंत्री पवन पाण्डेय ने कहा कि सचिवों से लक्ष्य आधारित कार्य लिया जाता है, छुट्टियों के दिन भी काम के लिए बुलाया जाता है,
तो फिर ऑनलाइन उपस्थिति की बात कहां तक सही है। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर अन्य विभागों के कार्य कराए जाने से सचिव नाराज हैं।उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों वाले सचिवों पर असीमित कार्य दबाव सरकार की दामात्मक दृष्टि का परिचायक है। वहीं मंत्री मनोज कुमार यादव बताया कि सचिवों द्वारा काली पट्टी बांधकर गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन एक सुनियोजित कार्यक्रम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आनलाईन उपस्थिति एवं दूसरे विभागों का कार्य आये दिन हम सभी सचिवों भाईयों पर थोपे जा रहे हैं। इसके विरोध में प्रदेश संगठन समेत जिला संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर से सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से अलग होने और 10 दिसंबर से निजी वाहनों का उपयोग बंद करने का निर्णय लिया गया है।
इस मौके पर पवन पाण्डेय, मनोज कुमार यादव, प्रवीण श्रीवास्तव, आशीष दूबे, जयप्रकाश पाल, संजय कुमार, संजय यादव, विद्यानंद सिंह, संतोष सिंह, मृत्युंजय राय आदि शामिल रहे। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या ग्राम पंचायत सचिवों की मांगें जायज हैं? क्या सरकार ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश को वापस लेगी?अथवा ग्राम पंचायत सचिवों का विरोध प्रदर्शन किसी बड़े आंदोलन का रूप लेगा।
