गाजीपुर : जमानियां कोतवाली क्षेत्र के करमहरी गांव में उस वक्त मातम पसर गया जब दो दिन से लापता चल रहे 43 वर्षीय पुरन बिन्द पुत्र शिवनाथ बिन्द का शव कर्मनाशा नदी से बरामद हुआ। शुक्रवार शाम घर से निकले पुरन का कोई अता-पता नहीं चला था। शनिवार शाम करीब चार बजे उनका शव बिहार के रामगढ़ थाना क्षेत्र के तियरा पंप कैनाल के पास मिला।
परिवार की उम्मीदें तब टूट गईं जब छोटे भाई शिव पूजन बिन्द ने शव की पहचान की। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम करीब तीन बजे पुरन घर से निकले थे। उसी समय बारिश तेज थी, इसलिए उस दिन परिवार ने खोजबीन नहीं की। अगले दिन जब वे वापस नहीं लौटे तो परिजनों की बेचैनी बढ़ गई और तलाश शुरू कर दी गई। शनिवार की शाम सूचना मिली कि कैनाल किनारे एक शव पड़ा है। परिवार के लोग मौके पर पहुँचे तो देखा — वह पुरन ही थे। उनके शरीर पर सिर्फ अंडरवियर था। परिवार का कहना है कि संभवतः नहाने के दौरान वे गहरे पानी में चले गए और तैरना न आने के कारण डूब गए।
बिहार पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भभुआ अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद परिजन शव को गांव लाए और रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया। मुखाग्नि छोटे भाई शिव पूजन बिन्द ने दी। गांव में पुरन की मौत की खबर फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई। घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजन बार-बार यही कह रहे हैं “काश, वह उस दिन घर से न निकले होते…”
पुरन अपने पीछे तीन साल का बेटा और सात साल की गोद ली बेटी छोड़ गए हैं। परिवार की आर्थिक हालत भी कमजोर है। वे गांव की चट्टी पर पान की दुकान चलाकर गुजर-बसर करते थे।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि घटना की कोई औपचारिक सूचना थाने में दर्ज नहीं कराई गई है, लेकिन मामला डूबने का प्रतीत होता है।
