पशुओं की मृत्यु के उपरांत नहीं मिल रहा सम्मान यह चिंता का विषय समाजसेवी राजकुमार मौर्य
गाजीपुर : जलालाबाद गौशाला गौशाला के दुर्दशा की वजह से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं कई बार शिकायत करने के बाद भी शासन में बैठे आल्हा अधिकारियों के कानों तक आवाज सुनाई नहीं दे रही, ताजा मामला जलालाबाद गौशाला का सामने आया है जहां पर गौशाला में मृत पशुओं की दुर्दशा की वजह से खुले में फेंकने के कारण दुर्गंध हवा के साथ ग्रामीणों के पास पहुंच रही है जिससे सांस लेने में भी प्रॉब्लम होने लगी है पशु चिकित्सा अधिकारी जखनिया से टेलिफोनिक बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला गंभीर है ग्राम प्रधान के लापरवाही सामने देखने को मिल रही है
*क्रिकेट कोच अरुण चौहान ने जताई नाराजगी*
क्रिकेट कोच अरुण चौहान ने बताया कि मृत्यु पशुओं की सदन की वजह से ग्राउंड पर खेल रहे बच्चों को काफी समस्या उत्पन्न हो रही है कई बच्चे भी बीमार भी पढ़ रहे हैं जिस वजह से उनका खेल प्रभावित हो रहा है इस तरह की समस्याएं लगातार बनी हुई है शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है
*जलालाबाद ग्राम सचिव यशवंत सिंह यादव ने नहीं उठाया फोन*
जलालाबाद गौशाला की निगरानी कर रहे ग्राम सचिव यशवंत सिंह यादव की लापरवाही भी सामने देखने को मिल रही है कई बार ग्राम सचिव को इस विषय पर अवगत कराया गया था आज जब उनके नंबर पर टेलीफोन किया गया तो जसवंत सिंह यादव ने फोन नहीं उठाया , उनकी लापरवाही की वजह से हजारों की संख्या में गौशाला के आसपास जीवन व्यतीत करने वाले लोगों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर खतरा बढ़ने लगा है
समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने मानवता को संसार करने वाला बताया दृश्य
जलालाबाद गौशाला पर लगातार नजर बनाए हुए समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने बताया कि अधिकारी बेपरवाह हो चुके हैं उन्हें लोगों के स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता नहीं है यही कारण है कि पशुओं की मृत्यु के बाद उन्हें अंतिम संस्कार में भी सम्मान नहीं मिल पा रहा और उनके बदन को कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं कई बार तो पशुओं की हड्डियां तक क्रिकेट ग्राउंड पर देखने को मिली है यह मानवता को शर्मसार करने वाला दृश्य हैं लगातार आवाज उठाने के बावजूद भी अधिकारियों के कानों ग्रामीणों की आवाज तक सुनाई नहीं दे रही
बीकेएमयू के रिपोर्टर हिमांशु मौर्य ने बताया कि रिपोर्टिंग करते समय हो रही थी घुटन
ग्राउंड रिपोर्टिंग करते समय हिमांशु मौर्य ने बताया कि कई बार लगा कि उन्हें दस्त होने लगेगी वहां की स्थिति काफी नाजुक थी वहां 1 मिनट भी खड़ा होने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था इस अवस्था में रिपोर्टिंग करना काफी दुर्लभ साबित हो रहा था समाज की दैनिक स्थिति को देखते हुए इस चिलचिलाते धूप में मृत पशुओं के पास जाकर रिपोर्टिंग करने के लिए पहुंचा था
*ग्राम वासियों ने बताया की अधिकारियों से मिली भगत के कारण अभी तक नहीं हुई कोई कार्यवाही*
पशुओं की मृत्यु के आकस्मित मृत्यु के कारण पशुओं के शव को खुले में लगातार फेंका जा रहा है जिस वजह से दुर्गंध पूरे ग्राम सभा में फैल रही है जिससे लोगों का जीवन दुर्बल हो रहा है ग्राम वासियों का खाना खाना भी विश्वास हो चुका है