बीते दिनों पीड़िता ने डीएम, एसपी समेत मुख्यमंत्री से शिकायत कर की थी कार्रवाई की मांग
गाजीपुर : बीते दिनों जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया था, जहाँ एक महिला के साथ फर्जी हास्पिटल के डॉक्टर ने न सिर्फ उसका स्वास्थ्य बर्बाद किया, बल्कि 80 हजार रुपये लूटकर धमकी देने का मामला खूब तुल पकड़ा था। लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है मामला हाईलाइट होने के बाद डॉक्टर द्वारा पीड़िता से सुलह समझौता कर लिया गया।
यह सुलहनामा कापी डॉक्टर ने व्हाट्सएप पर भेजकर जानकारी दिया।
जौनपुर जिले के कुसरना गांव निवासी पीड़िता ममता देवी, पत्नी सूर्यप्रकाश, जब अपने मायके सादात थाना क्षेत्र के इकरा गौरा में बीमार हुईं थी तो उन्हें पास के बाजार सादात थाना क्षेत्र के मखदुमपुर में तनज क्लीनिक संचालित करने वाले डॉक्टर शहनवाज पुत्र बद्रे आलम के पास इलाज के लिए ले जाया गया था। डीएम, एसपी समेत मुख्यमंत्री के शिकायतकती पत्र में पीड़िता ने बताई थी कि डॉक्टर ने बिना किसी वैध मेडिकल पेपर या सलाह के खून, शुगर और अल्ट्रासाउंड की जांच खुद ही की और तुरंत ऑपरेशन की सलाह दे डाली थी।
जब पीड़िता ने किसी अच्छे और रजिस्टर्ड अस्पताल में इलाज कराने की बात की, तो डॉक्टर ने उन्हे 26 अक्टूबर 2024 को ‘बच्चेदानी और गांठ’ का ऑपरेशन कर डाला, वो भी अपने अवैध अस्पताल में। डॉक्टर ने इलाज के नाम पर 80,000 हजार रूपए नकद वसूले, लेकिन न कोई रसीद दी थी, न कोई मेडिकल रिपोर्ट। कुछ ही दिनों में ममता देवी की हालत दोबारा बिगड़ गई थी, और जब दूसरी जगह अल्ट्रासाउंड कराया गया तो चौंकाने वाली बात सामने आई थी— महिला के शरीर में अब भी गांठ और घाव मौजूद थी, यानी ऑपरेशन पूरी तरह असफल रहा था। जब पीड़िता इस बारे में डॉक्टर से जवाब माँगने गईं तो उसने गाली-गलौज और धमकी देते हुए कहा था “जो करना है कर लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।” वहीं डॉक्टर शाहनवाज का दावा था कि महिला का आपरेशन मेरे द्वारा नहीं किया गया था।
अब सवाल ये है:
क्या डॉ. शहनवाज सही थे तो पीड़िता से समझौता क्यों किए।
आखिर क्लीनिक के आड़ में अब तक हास्पिटल चलते रहेगे, क्या क्लीनिक में भी आपरेशन होगा?
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की आंखें कब खुलेंगी?
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की भूमिका पर भी उठते हैं सवाल।
बरहाल मामला मीडिया में हाईलाइट होने के बाद डॉक्टर द्वारा पीड़िता से सुलह समझौता किया गया। सुलहनामा से पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।