जखनियां, गाजीपुर : भुड़कुड़ा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत जखनियां बाजार में रविवार को जमीनी विवाद ने भयावह रूप ले लिया, जब संजय यादव पक्ष के दबंगों ने दिनदहाड़े भोलानाथ गुप्ता के घर और दुकान में ताला जड़ दिया। इस दौरान भोलानाथ की 27 वर्षीय बेटी महिमा गुप्ता घर के अंदर बंधक बनकर रह गईं, जबकि उनका 22 वर्षीय पुत्र शुभम गुप्ता रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गया। परिजनों का आरोप है कि उसे जबरन उठा ले जाया गया।
पुराना भूमि विवाद बना कारण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भोलानाथ गुप्ता और संजय यादव के बीच आठ धूर जमीन को लेकर वर्षों से विवाद चल रहा है, जो वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है। परिजनों का आरोप है कि उक्त जमीन की रजिस्ट्री संजय यादव ने छलपूर्वक शराब पिलाकर कराई थी।
दोपहर 12 बजे घटी घटना
रविवार दोपहर लगभग 12 बजे संजय यादव की ओर से कथित तौर पर दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे और भोलानाथ गुप्ता के घर के गलियारे और उनकी ऑनलाइन शटर दुकान में ताला जड़ दिया। उस वक्त घर के अंदर महिमा अकेली थीं, जो पांच घंटे तक अंदर ही फंसी रहीं। इसी दौरान शुभम लापता हो गया।
पुलिस रही निष्क्रिय
घटना की सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके साथ कोई पुलिस बल नहीं था। वह लगभग डेढ़ घंटे तक उच्चाधिकारियों को फोन करते रहे, लेकिन कोई भी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। इस बीच पीड़िता रीता गुप्ता ने बताया कि उनकी बेटी महिमा पांच घंटे तक घर के अंदर बंधक रही और उनका बेटा अब तक लापता है।
लगभग शाम 4 बजे पुलिस ने उच्चाधिकारियों से निर्देश प्राप्त करने के बाद मौके पर चाभी मंगवाई और घर व दुकान का ताला खुलवाया। इस घटनाक्रम को लेकर स्थानीय व्यापारियों और बाजार वासियों में भारी नाराजगी देखी गई। लोगों ने सरेआम हुई दबंगई और पुलिस की निष्क्रियता पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई।
कोतवाली प्रभारी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामला भूमि रजिस्ट्री से जुड़ा हुआ है और पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए ताला खुलवाया है। वहीं, परिजनों ने अभी तक बेटे शुभम के न मिलने पर गहरी चिंता जताई है और न्याय की मांग की है।
मुख्य बिंदु:
भूमि रजिस्ट्री को लेकर वर्षों से चल रहा विवाद
दबंगों ने दिनदहाड़े घर व दुकान में ताला जड़ा
27 वर्षीय युवती महिमा घर में बंधक रही, भाई लापता
पुलिस ने 5 घंटे बाद खुलवाया ताला
व्यापारियों में रोष, पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
पीड़ित परिवार ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई और न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की है।