आरोप है कि सरोज ने लेखपाल की आईडी का दुरूपयोग कर बीपीएल प्रमाण पत्र बनवाया। जबकि उनके पति उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं।
तहसील जांच में पता चला कि आवेदन में गलत घोषणा की गई और वास्तविक आय छुपाई गई। लेखपाल का कहना है कि वह उक्त क्षेत्र में कभी तैनात नहीं रहे हैं। सरोज ने यह प्रमाण पत्र कंप्यूटर आपरेटर कन्हैया राजभर व CSC संचालक के मदद से जारी कराई। इस संबंध में थानाध्यक्ष कृष्ण प्रताप सिंह ने बताया कि सरोज चौधरी पर पांच धाराओं में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।